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बंद नहीं अपग्रेड होगा गोपालपुर चिड़ियाघर

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गोपालपुर चिड़ियाघर बंद नहीं होगा। बल्कि अपग्रेड किया जा रहा है। चिड़ियाघर में व्‍यवस्‍थाएं बेहतर होंगी। जिसकी वन विभाग ने योजना बना ली है। योजना के तहत वर्किंग एरिया ग्लास विंड से कवर किए जाने की योजना है। कुछ स्थानों को रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने पर भी विचार है। क्‍योंकि गोपालपुर चिड़ियाघर में घायल जानवरों को उपचार के लिए ले जाया जाता है।
बेहतर इलाज के लिए रेस्क्यू सेंटर में आधुनिक ऑपरेशन थिएटर लेबोरेटरी स्थापित होंगी। जहां घायल जानवरों को रेस्क्यू कर बेहतर उपचार मिल सके। बता दें कि कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर व पालमपुर के जानवारों को रेस्‍कयू के लिए यहीं लाया जाता है।
बता दे कि हिमाचल प्रदेश में 3 ही चिड़ियाघर है। इसी के साथ विभाग ने एक और नया चिड़ियाघर बनाने की प्लान तैयार कर लिया है जिसकी डीपीआर भी तैयार कर ली गई है। नए चिड़ियाघर में बाउंड्री वॉल ए सर्विस पाथ और चेक डेम बनाने का प्लान तैयार किया गया है। जिसके लिए हिमुडा के साथ एमओयू भी साइन कर लिया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मार्च माह में फाउंडेशन भी रख दिया है । जिसके बाद हिमुडा ने कार्य भी शुरू कर दिया है।

डीएफओ वाइल्ड लाइफ रेजिनोल्ड रॉयस्टन ने कहा कि गोपालपुर चिडियाघर को बंद करने के लिए कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि गोपालपुर चिडियाघर को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक और नया चिडियाघर बनाने की योजना बनाई जा रही है। नए चिडियाघर में बाउंड्री वॉल ए सर्विस पाथ काम चल रहा है । उन्होंने कहा कि एक चैक डैम का कार्य भी पूरा हो गया है जबकि अन्य चैक डैम का कार्य भी एक वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सलोसियस का अप्रूवल आ गया है । उन्होंने कहा कि उम्मीद लगाई जा रही है कि 12 से 15 माह में पहले चरण का कार्य शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

उन्‍होंने कहा कि नए चिडियाघर को तीन चरणों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में सीजरडेजे एनटायर लेआउट का अप्रूवल आ गया है। उन्होंने कहा कि पहले चरण की डिजाइनिंग, ड्राइंग और एस्टीमेट तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो पहले चरण की डीपीआर है वह लगभग तैयार हो चुकी है।